करियर-बिजनेस में खूब तरक्की चाहते हैं तो करें ये आसान उपाय



व्यापारियों का जीवन सामान्य से अधिक उतार चढ़ाव से भरा रहता है। कभी सरकारी नीतियों में बदलाव और कभी बाजार के नियमों में बदलाव से व्यापार प्रभावित होता ही रहता है। आजकल के दौर ज्यादातर लोग अपने व्यापार को लेकर चिंतित रहते है। व्यापार में उतार-चढ़ाव चलते रहते है। इससे इंसान को ज्यादा तनाव नहीं लेना चाहिए। आज हम आपको एक ऐसे उपाय के बारे बताएंगे। जो आपकी इस बड़ी समस्या को दूर करने बहुत ही असरदार साबित होगा। 


आजकल के दौर ज्यादातर लोग अपने व्यापार को लेकर चिंतित रहते है। व्यापार में उतार-चढ़ाव चलते रहते है। इससे इंसान को ज्यादा तनाव नहीं लेना चाहिए। आज हम आपको एक ऐसे उपाय के बारे बताएंगे। जो आपकी इस बड़ी समस्या को दूर करने बहुत ही असरदार साबित होगा- 
• चीटियों के बिल के निकट मीठी रोटियों के टुकड़े डालने से नौकरी संबंधी सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। इस उपाय करने से राहु के दोषों का भी निवारण होता है। 
• कार्यक्षेत्र में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए गेहूं के आटे में चीनी मिलाकर चार रोटी बनायें, घी लगायें तथा शनिवार के दिन अपने ऊपर से वार कर किसी भूखे व्यक्ति को खिलाएं दें साथ ही कुछ धन भी दान करें। इससे नौकरी की परेशानियां दूर होंगी। 

• प्रतिदिन रोटी बनाते समय पहली रोटी गाय के लिए निकालें एवं अंतिम रोटी कुत्तें के लिए निकालें। इससे नौकरी के क्षेत्र की बाधाएं दूर होंगी। 
• प्रात:काल में देव पूजन करने के बाद यदि कपूर और रोली एक साथ जलाकर उसकी राख को एक पुडिया में बांधकर धन स्थान पर रखें, निश्चित रुप से यह व्यापार में लाभ देगा। 
• लाल रंग का वस्त्र लेकर उसमें लाल गुलाल डालें और इसकी पोटली बांध लें। इसके पश्चात इसे मंगलवार के दिन अपने एक फैले हुए बर्तन में रखकर व्यापार के तिजोरी में स्थापित कर दें, लाभ बढ़ाने का यह अत्यंत सरल उपाय है। 
• शुक्रवार के दिन देवी लक्ष्मी का पूजन, धूप, दीप और फूल से करें और गुड़ चने का भोग लगाने के बाद इसका सेवन स्वयं भी करें और निकट के लोगों को भी बांटें। 
• व्यापारिक क्षेत्र में जाते समय आप अपने ईष्ट देव का धूप, दीप और फूल से पूजन करना ना भूले साथ ही स्वयं भी इत्र लगाकर जाये। 
• तुलसी के पौधे में थोड़ा दूध और जल मिलाकर चढ़ाने से व्यापारिक उन्नति होती है। 
• कार्य से घर वापस लौटने पर मुख्य द्वार की चौखट को सीधे हाथ से छूकर माथे पर लगायें। यह करते हुए अपने ईष्ट देव को भी याद करें, इससे भाग्य का मार्ग खुलेगा और आपको संबंधित कार्य में सफलता मिलेगी। 
• घर या व्यापारिक क्षेत्र में जहां भी आपको असफलता, आर्थिक स्थिति के कमजोर होने या अन्य इसी प्रकार की स्थिति का सामना यदि आप कर रहे हैं तो आप झाडू को ऐसे स्थान पर रखें जहां से वह किसी आने जाने वाले व्यक्ति को दिखाई ना दें। यह उपाय करने से आपके कार्य सरलता से पूर्ण होंगे।
• व्यापारियों को बुधवार के दिन हरी घास, घरी सब्जियों का दान गौशाला में करें। 
• सूर्योद्य के समय रविवार के दिन गायत्री मंत्र का २१ बार जाप करते हुए एक साफ बर्तन में छोड़ते जाए, साथ ही प्रत्येक बार उस पर फूंक भी मारते जाएं। यह क्रिया करते समय आप अपनी मन ही मन अपनी मन की इच्छा का स्मरण भी करते रहें। इस जल को घर के कोने कोने में छिड़क दें। यह उपाय लगातार 7 रविवार तक करें। 
• कच्चे सूत को केसर से रंगकर व्यापारिक स्थल के मुख्य द्वार पर बांध दें। नौकरी पेशा व्यक्ति इसे अपनी कार्यस्थान की मेज या अलमारी से बांध सकते है। 
• गुरुवार के दिन १२ गोमती चक्र पर हल्दी का तिलक लगायें, अब इसे एक पीले वस्त्र में बांधकर अपने व्यापारिक केंद्र की चौखट पर बांध दें। जब भी ग्राहक इस के नीचे से निकलेंगे, वैसे वैसे ही आपके धन में वॄद्धि होगी। 
• पूजा घर में श्रीयंत्र और एकाक्षी नारियल स्थापित करें। इसके पश्चात नित्य गुलाब की पत्तियों से इनका पूजन करें। 
• व्यापार का कोई भी पत्र लिखते समय पत्र पर हल्दी या केसर का छिंटा अवश्य लगायें। 
• सोमवार के दिन बासमती चावल लें, देवी लक्ष्मी का स्मरण करते हुए, सायंकाल में बहते हुए जल में डाल दें, इससे व्यापारिक लाभ होंगे। 
• बुधवार के दिन हिजडों को हरे रंग के वस्त्रों और धन का दान करें। इसके बदले में कुछ सिक्के लेकर एक डिब्बी में रख दें। यह व्यापारिक उन्नति करेगा। 
• सफ़ेद आक की जड़ को गंगाजल से शुद्ध कर, टीका लगायें, धूप, दीप और फूल दिखायें, तत्पश्चात इसे सफेद डोरी, चांदी के ताबीज में बांधकर गले में धारण कर लें। 
• लाल रंग के कपड़े में एक जट्टा वाला नारियल बांधकर व्यापारिक स्थल या धन स्थान पर रख दें। इष्ट देव का पूजन करने के साथ साथ इनका भी पूजन करें। 
• व्यापारिक केंद्र को प्रात: खोलने के बाद प्रवेश करते समय गंगा जल छिड़कते हुए ईश्वर का नाम लेते हुए प्रवेश करें। यह आपको व्यापारिक लाभ देगा। 
• व्यापारिक स्थल में 11 काली/पीली कौड़ियों को रखकर दर्शन-पूजन करने से लाभ होगा। 
• प्रात: खाना बनाते समय, गाय की रोटी के साथ साथ पक्षियों के लिए भी खाने का कुछ भाग निकालें। यह पितरों का दूर करेगा। 
• सोमवार के दिन तांबे के जल में दूध की कुछ बूंदे डालकर, फूल और अक्षत लेकर प्रात: बरगद के पेड़ की जड़ के निकट डाल दें। 
• व्यापारिक क्षेत्र में श्रीयंत्र स्थापित कर नित्य दर्शन, पूजन करें। 

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